2ちゃんねる ■掲示板に戻る■ 全部 1- 最新50    

■ このスレッドは過去ログ倉庫に格納されています

松屋84

1 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/20(日) 14:11:10.21 ID:UTz+uUwJ.net
前スレ
松屋83 [無断転載禁止]©2ch.net
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1450535324/

96 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:36:27.92 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

97 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:36:46.19 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

98 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:37:04.34 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

99 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:37:22.72 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

100 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:37:41.54 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

101 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:37:58.86 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

102 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:38:16.86 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

103 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:38:34.34 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

104 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:38:52.00 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

105 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:39:10.15 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

106 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:39:28.18 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

107 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:39:45.91 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

108 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:40:04.00 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

109 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:40:22.18 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

110 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:40:40.18 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

111 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:40:58.43 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

112 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:41:16.17 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

113 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:41:33.81 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

114 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:41:51.36 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

115 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:42:09.04 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

116 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:42:26.81 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

117 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:42:44.55 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

118 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:43:02.35 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

119 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:43:20.07 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

120 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:43:37.26 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

121 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:43:55.58 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

122 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:44:16.62 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

123 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:44:34.10 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

124 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:44:50.19 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_-

125 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:45:12.44 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

126 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:45:30.31 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

127 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:45:48.07 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

128 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:46:06.05 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

129 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:46:24.00 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

130 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:46:45.17 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

131 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:47:02.83 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

132 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:47:20.64 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

133 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:47:38.90 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

134 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:47:57.03 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

135 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:48:14.76 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

136 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:48:32.80 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

137 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:48:50.28 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

138 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:49:07.49 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

139 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:49:25.82 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

140 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:49:43.30 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

141 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:50:01.14 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

142 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:50:20.09 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

143 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:50:37.65 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

144 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:50:55.31 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

145 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:51:13.32 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

総レス数 145
517 KB
掲示板に戻る 全部 前100 次100 最新50
read.cgi ver 2014.07.20.01.SC 2014/07/20 D ★