2ちゃんねる ■掲示板に戻る■ 全部 1- 最新50    

■ このスレッドは過去ログ倉庫に格納されています

松屋84

1 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/20(日) 14:11:10.21 ID:UTz+uUwJ.net
前スレ
松屋83 [無断転載禁止]©2ch.net
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1450535324/

2 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/20(日) 14:17:29.09 ID:l5F2tFQS.net
 
松屋スレが 現在 3スレしかありません
次スレをお願いします

松屋85から順番に立ててください
わたくしは困っております
ぱよぱよちーん
 

3 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/20(日) 14:18:57.33 ID:1sm0OB3t.net
 
このスレッドは荒らしが立てた重複スレッドです
絶対に利用してはいけません
現在は「松屋74」が本スレッドです
必ず↓の本スレッドを利用してください

松屋74 [転載禁止]
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1444258347/
 

4 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/20(日) 14:19:48.97 ID:1sm0OB3t.net
 
このスレッドは荒らしが立てた重複スレッドです
絶対に利用してはいけません
現在は「松屋74」が本スレッドです
必ず↓の本スレッドを利用してください

松屋74 [転載禁止]
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1444258347/
 

5 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/20(日) 14:20:44.39 ID:1sm0OB3t.net
 
このスレッドは荒らしが立てた重複スレッドです
絶対に利用してはいけません
現在は「松屋74」が本スレッドです
必ず↓の本スレッドを利用してください

松屋74 [転載禁止]
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1444258347/
 

6 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/20(日) 14:21:49.63 ID:1sm0OB3t.net
 
このスレッドは荒らしが立てた重複スレッドです
絶対に利用してはいけません
現在は「松屋74」が本スレッドです
必ず↓の本スレッドを利用してください

松屋74 [転載禁止]
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1444258347/
 

7 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/20(日) 14:24:30.62 ID:1sm0OB3t.net
 
このスレッドは荒らしが立てた重複スレッドです
絶対に利用してはいけません
現在は「松屋74」が本スレッドです
必ず↓の本スレッドを利用してください

松屋74 [転載禁止]
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1444258347/
 

8 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/20(日) 14:25:35.15 ID:1sm0OB3t.net
 
このスレッドは荒らしが立てた重複スレッドです
絶対に利用してはいけません
現在は「松屋74」が本スレッドです
必ず↓の本スレッドを利用してください

松屋74 [転載禁止]
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1444258347/
 

9 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/20(日) 15:05:03.71 ID:1sm0OB3t.net
 
このスレッドは荒らしが立てた重複スレッドです
絶対に利用してはいけません
現在は「松屋74」が本スレッドです
必ず↓の本スレッドを利用してください

松屋74 [転載禁止]
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1444258347/
 

10 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/20(日) 15:09:01.59 ID:1sm0OB3t.net
 
このスレッドは荒らしが立てた重複スレッドです
絶対に利用してはいけません
現在は「松屋74」が本スレッドです
必ず↓の本スレッドを利用してください

松屋74 [転載禁止]
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1444258347/
 

11 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/20(日) 18:56:30.96 ID:UTovIeSY.net
★通告★

前スレッドが埋まりましたので、ただ今より以下のスレッドが松屋の本スレッドとなりました

【NEW】吉原ショコラ Part10【SOAPLAND】 [転載禁止]
http://aoi.bbspink.com/test/read.cgi/soap/1440525663/
 

12 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/20(日) 19:22:10.42 ID:0eGgbDi+.net
 
このスレッドは荒らしが立てた重複スレッドです
絶対に利用してはいけません
現在は「松屋74」が本スレッドです
必ず↓の本スレッドを利用してください

松屋74 [転載禁止]
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1444258347/
 

13 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 00:52:42.68 ID:2KW+0AT2.net
★通告★

前スレッドが埋まりましたので、ただ今より以下のスレッドが松屋の本スレッドとなりました

【NEW】吉原ショコラ Part10【SOAPLAND】 [転載禁止]
http://aoi.bbspink.com/test/read.cgi/soap/1440525663/
 

14 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 05:51:42.60 ID:8vvAvj4h.net
 
このスレッドは荒らしが立てた重複スレッドです
絶対に利用してはいけません
現在は「松屋74」が本スレッドです
必ず↓の本スレッドを利用してください

松屋74 [転載禁止]
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1444258347/
 

15 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 17:20:06.05 ID:8W3xlEWV.net
そろそろ次スレ頼む

16 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 18:36:41.04 ID:t59yyA3W.net
 
このスレッドは荒らしが立てた重複スレッドです
絶対に利用してはいけません
現在は「松屋74」が本スレッドです
必ず↓の本スレッドを利用してください

松屋74 [転載禁止]
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1444258347/
 

17 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 21:58:00.42 ID:thMCCUbt.net
6大牛丼チェーン

すき家
吉野家
松屋
なか卯
東京チカラめし
どん亭

18 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:13:52.22 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

19 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:14:09.62 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

20 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:14:29.05 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

21 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:14:47.46 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

22 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:15:04.87 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

23 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:15:23.61 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

24 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:15:41.22 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

25 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:16:03.23 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

26 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:16:21.81 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

27 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:16:39.55 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

28 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:16:56.99 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

29 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:17:15.13 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

30 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:17:31.53 ID:t59yyA3W.net
 
このスレッドは荒らしが立てた重複スレッドです
絶対に利用してはいけません
現在は「松屋74」が本スレッドです
必ず↓の本スレッドを利用してください

松屋74 [転載禁止]
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1444258347/
 

31 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:17:33.28 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

32 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:17:51.18 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

33 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:18:09.64 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

34 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:18:27.78 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

35 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:18:45.78 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

36 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:19:02.83 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

37 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:19:21.97 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

38 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:19:39.33 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

39 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:19:57.13 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

40 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:20:14.79 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

41 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:20:32.61 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

42 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:20:50.29 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

43 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:21:08.32 ID:t59yyA3W.net
 
このスレッドは荒らしが立てた重複スレッドです
絶対に利用してはいけません
現在は「松屋74」が本スレッドです
必ず↓の本スレッドを利用してください

松屋74 [転載禁止]
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1444258347/
 

44 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:21:08.77 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

45 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:21:23.27 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

46 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:21:40.96 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

47 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:21:58.59 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

48 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:22:16.29 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

49 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:22:33.91 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

50 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:22:51.55 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

51 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:23:09.04 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

52 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:23:26.62 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

53 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:23:44.74 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

54 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:24:02.50 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

55 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:24:21.04 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

56 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:24:38.60 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

57 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:24:56.44 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

58 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:25:17.13 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

59 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:25:34.89 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

60 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:25:52.55 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

61 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:26:11.10 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

62 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:26:29.15 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

63 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:26:47.15 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

64 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:27:04.99 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

65 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:27:23.55 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

66 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:27:43.92 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

67 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:28:02.40 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

68 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:28:20.36 ID:t59yyA3W.net
 
このスレッドは荒らしが立てた重複スレッドです
絶対に利用してはいけません
現在は「松屋74」が本スレッドです
必ず↓の本スレッドを利用してください

松屋74 [転載禁止]
http://hanabi.2ch.net/test/read.cgi/don/1444258347/
 

69 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:28:20.99 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

70 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:28:38.82 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

71 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:28:56.52 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

72 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:29:14.57 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

73 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:29:32.83 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

74 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:29:51.05 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

75 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:30:09.18 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

76 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:30:27.34 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

77 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:30:45.07 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

78 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:31:02.45 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

79 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:31:20.34 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

80 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:31:37.84 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

81 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:31:55.12 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

82 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:32:13.61 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

83 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:32:32.03 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_-

84 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:32:50.08 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

85 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:33:08.32 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

86 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:33:26.10 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

87 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:33:44.22 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

88 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:34:02.23 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

89 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:34:21.19 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

90 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:34:39.11 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

91 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:34:56.94 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

92 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:35:15.10 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

93 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:35:32.86 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

94 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:35:52.04 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

95 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:36:09.59 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

96 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:36:27.92 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

97 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:36:46.19 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

98 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:37:04.34 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

99 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:37:22.72 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

100 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:37:41.54 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

101 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:37:58.86 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

102 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:38:16.86 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

103 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:38:34.34 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

104 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:38:52.00 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

105 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:39:10.15 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

106 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:39:28.18 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

107 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:39:45.91 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

108 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:40:04.00 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

109 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:40:22.18 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

110 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:40:40.18 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

111 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:40:58.43 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

112 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:41:16.17 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

113 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:41:33.81 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

114 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:41:51.36 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

115 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:42:09.04 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

116 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:42:26.81 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

117 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:42:44.55 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

118 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:43:02.35 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

119 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:43:20.07 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

120 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:43:37.26 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

121 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:43:55.58 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

122 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:44:16.62 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

123 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:44:34.10 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

124 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:44:50.19 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_-

125 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:45:12.44 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

126 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:45:30.31 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

127 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:45:48.07 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

128 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:46:06.05 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

129 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:46:24.00 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

130 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:46:45.17 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

131 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:47:02.83 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

132 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:47:20.64 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

133 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:47:38.90 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

134 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:47:57.03 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

135 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:48:14.76 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

136 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:48:32.80 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

137 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:48:50.28 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

138 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:49:07.49 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

139 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:49:25.82 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

140 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:49:43.30 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

141 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:50:01.14 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

142 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:50:20.09 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

143 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:50:37.65 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

144 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:50:55.31 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

145 :名無しさん@お腹いっぱい。:2015/12/21(月) 23:51:13.32 ID:g+E/U6tZ.net
-____-________------________--_-------__-__-_-_--___-___--_---_-
_-___--_--_--_-__----__-____-__-_-_-_-_--__-___---___--_---__-_-
-__-___-___-___------__--_-___-__--___--------_--_-------_--_-__
____---___--_---____---_----_-_-_-____---_-__----_-_----_--_-__-
-_-_----__-___-_-__-_--__--_---__-__---_-_-___-_--___-__--__-__-
-_-----_--__----__---_--___-___--_-__-____-__-_-_--_____-_-_____
-_--_-_-__---___-__--_____--_-__---_--__-___-____-_-_-----_-_-__
----_-___-____-__--_-__-__--____--_--____-____-_-_--____-_-__-__
___--_--___-----_--_---___---___-_-_--__---_-_-___-_-____-_---__
___---___--___-_-__-_-______--___--__------_-_-__-_---___--_---_
-_-__-__-__-_------__-_-___-_-____--_-----_-_____--_-----_-_---_
_---_-___----_--____--_-_---__-_______-----__--_---_---__--_---_
--_-______-__--__---_--___--______----__-_-_-__-__-_---_____--_-
--____--_----___-_--_-_--_---_--____--------_-_--_______--__--__
_-___-_-_----_-__---____-__-___-_-_--_-_-_---_-_-___-_---_--_-_-
--_-___-_-_--_----__--_---_---_-_---______--___--_--__-_--_----_
__-_-----__--_--__-----_________-___--_-__--_-_-____-_____---_--
-__--__--__-----_--_______-___-__-_-_-_____-_-_-_----_--__--__-_
____-----__-_-_---__-____---_-__-_-___--_---__-_--_---__----_---
-_--_--_-_-____---__--__--_-__-_---_-_-___--_-_-___-___-_-_____-
-__-_--_--___---_-----__-_-__---___---__-_------__-_--_--__-__--
-__---____-__---_____-__-__--__---___________--____--__--_-_-___
---_-___-_---__-_____----____--_---_-___-__--____-__--_---------
--__----_-_-__--__---_-----_-_--_-_----_-_-___------_---_-__-_--
_____---___-_--_--__--__---___-----__________----_--_-____---___
_---_-__--____-_-_---_--__--_-_-_-----__--___-_--___-_-_---____-
__-_-__--_--_-__-_-_-_-___-____-___-_--____-__---_-____-__--_-__
__---_______--_____---__---------_---_-_---_____-__-_-__-__---_-
_--___--__-----_-_-__------___-__---__-_---_--___-__-_________-_
_______-_-_----_______---_---_----__--------______-_____-___--_-
__---_-_--_------__----__-__----__--_-_-_-__---_--_-_------_-_-_
____--______----_-_--_---_-_-_----__-_-_---_----_---_-__---_----
-___----_------____-_-__---__-----_-_--_____-_-__-------__--_-_-
-____-_-_-_-_-_-___-_-_-__-___--___---__-___-_----_---__--_-__--
_-__--__-__--___-_--_-__------__-___-----_------_____-__--__----
--__-------_-_---_-__--_--__-_-__-_-__-------_----_---_------___
_-__----__---___--_--__-__---_____----___------_-__-__-_-_--____
--_-_-___--_----__-_--_____-_____-____-_-__-_--_-_-_--____-_----
________-__-___-_--__---_-_--_-__-_---_-____-__-_______----___-_
----___-_-_--_____--_-___-_____-_---_-_---_-__--_---_-__--_----_
--_-_________---__-_____-_____-----___-----_---__---___-_-__--_-
_--_--_---__---____--_-__-__-_-____--_______-_-___--_-_--__-_-__
__--_-___-_---__-_-_-_-_-___--_--__---__-__---_-_---_-__-__--__-
__----_-___-___--__--_-_-_------__-____-_-__-__--_-_-_-__--_----
-_-___---_-__--------_____--__-__--_-___-__-__--_-_----_______-_
__--______--__-__--_-_---___----____--___-_-____-_------____-__-
_____-_-____---_____-__-_---_-_--___--___--__--_-_-__--_-_--__--
-_-_____-___-_-_-_--_-----___-----_-___--_--____-_--_--__-__--__
_--_-_---_-____-_---_-----_--_-_--__----_---_-_-_-___-___-___--_
_-__--____--___--_____-_----_------_-__-__-__--_-____--_--___-_-
-_-_-_---_-_--__-_--_-___-____---__-_----__--_________-__-_----_
----__-_-_-_-___-_------_-_-_____--___-_--___-__-_-_--____---___
_---_-_---_-_-__-----_-__---_-___--_-_______----_-_--___-_-__-_-
_--__-_-__-___--____--____--__-__-_-_-_-_____--_____--_--_--_---
-_-_--__-____--_____--_____-__-_____-_-_---_-__-_--__-_--_-----_
-__---_--_-__-_--__--_-_---_--____-----_--__-____-__----___-_-__
________--__-____--__-_-_---__-____--_-__--_-----_-_-____-__--__
-_____-_-_-____-_--___--_-_-___--__-_--_-_--__--_-__-_-___---_-_
_-_--___-_-_-__-_-___--__--_---_-_--

総レス数 145
517 KB
掲示板に戻る 全部 前100 次100 最新50
read.cgi ver 2014.07.20.01.SC 2014/07/20 D ★